नवीन शासकीय महाविद्यालय, पामगढ़ जिला-जांजगीर-चांपा (छ.ग.) की स्थापना स्थानीय जनता व
जनप्रतिनिधियों की निरंतर मांग व आवश्यकता को देखते हुए छ.ग. शासन उच्च शिक्षा विभाग, रायपुर द्वारा पामगढ़
महाविद्यालय का स्थापना 01/जुलाइ/2011 में हुई। यह महाविद्यलाय अनुसूचित जाति बाहुल्य ग्रामीण क्षेत्र में स्थित
है। यहां की आवश्यकता को देखते हुए छ.ग. शासन द्वारा स्नातक स्तर में कला, विज्ञान, व वाणिज्य संकाय में
60-60 छात्र/छात्राओं के लिए प्रवेश की सीट निर्धारित की गई है।
प्रथम वर्ष में महाविद्यालय का संचालन का दायित्व शासकीय लक्ष्मणेश्वर महाविद्यालय, खरौद को दी गई
थी। कक्षाओं का संचालन शासकीय महामाया उ.मा.विद्यालय, पामगढ़ में व सतनाम भवन पामगढ़ में संचालन हो
रहा था ।
जनवरी 2015 से महाविद्यालय अपने नवनिर्मित भवन में संचालित हे । महाविद्यालय में नियमित प्राचार्य,
प्राध्यापकों व कर्मचारियों की पदस्थापना हो चुकी है ।
विगत सत्र में महाविद्यालय अपने अनुशासन प्रिय छात्रों एवं अधिकारियों तथा कर्मचारियों के सहयोग से
अपनी एक नई पहचान बना सका है, संपूर्ण अद्युनातन सोच के साथ रचनात्मक दृष्टि से सीमित साधनों के बावजूद
हमने ऐसा बहुत कुछ हासिल कर लिया है कि भविष्य में प्रवेश की हमारी प्रतिबद्धता एवं संकल्प दृष्टि दृढ़ हुई है।
हमारा आत्मविश्वास बढ़ा है और अभिभावकों का विश्वास भी संस्था के प्रति दृढ़ हुआ है। छात्र-छात्राओं की
नियमित उपस्थिति और सहभागिता से हम नई उद्भावनाओं को आकार दे पाने में समर्थ है। यद्यपि यह पर्याप्त नहीं
है फिर भी संतोषप्रद है अधिकारियों और कर्मचारियों को और अधिक कोशिश करनी है इसके सिवाय कोई विकल्प
नहीं है। पर्यावरण संरक्षण, खेलकूद व अन्य गतिविधियों के माध्यम से हमने अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता जाहिर कर
दी है। हमारा लक्ष्य है युवक-युवतियों को उच्च शिक्षा देना और स्वरोजगारमुखी करना। आईये नये रूप में नये
संकल्प के साथ – साथ चले,एक आदर्श उच्च शिक्षण संस्थान के निर्माण की कोशिश करें।